गुरुवार, 9 सितंबर 2010

क्या है ये ..!!!!

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जागती आँखों में
बन के सपना
उतर आने से
तुम्हारे
भारी हो गयी
पलकें
खुलती नहीं
घुल गए हैं
लाल डोरे
तुम्हारे
प्रेम की
मादकता के
उनमें ...
तरलता
एहसासों की
छलक छलक
जा रही है
और .....

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ये मुआ डॉक्टर कहता है कि 'आई फ्लू ' है ...:)

2 टिप्‍पणियां:

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

हा हा हा हा .... मुआ डाक्टर ...:):):)

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

बहुत लाजबाब !!!