मंगलवार, 14 मई 2019

ज़िद्द.....


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१)
ठानी है 
गर ज़िद्द तुमने 
के साथ नहीं अब 
चलना है,
ज़िद पर कायम हैं
हम भी 
हर मोड़ पे 
तुमसे मिलना है ....

२)
जीवन के 
इन रस्तों में
किसी ज़िद्द को 
ठौर नहीं होता,
सफ़रे वफ़ा में 
साथ हैं हम
इसमें कोई 
मोड़ नहीं होता......

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