धडकनें गुनगुनाती हैं नज़्म कोई
ना मानेंगी दुनिया की अब रस्म कोई
मदहोश हो रही हैं निगाहें इस कदर
लगी है रिन्दों की ज्यूँ बज़्म कोई
****************************
नज़रों ने
ना जाना तुझको
दिल ने तो
पहचाना तुझको
समझाएं उन
नादानों को क्या
जो कहते
अनजाना तुझको ....
**************************
होने को
साथ तेरे
चुरा लेते हैं
लम्हें
मासूम से..
उठ आते हैं
नज़रों में
लोगों की
संशय
नामालूम से....
*********************
कहा ना
लबो से
दिल का
फ़साना,
बिता दी थी
सदियाँ
यूँही
आज
कल में,
मिली
ज्यूँ ही
नज़रे...
रहे
चुप
दोनों,
जी ली थी
सदियाँ
दो चार
पल में
***************************
नींद से
बाहर आने में
लगता है डर
ख्वाब
तेरे होने का,
निगाहों से
जाये ना गुज़र ....
*****************************
ना मानेंगी दुनिया की अब रस्म कोई
मदहोश हो रही हैं निगाहें इस कदर
लगी है रिन्दों की ज्यूँ बज़्म कोई
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नज़रों ने
ना जाना तुझको
दिल ने तो
पहचाना तुझको
समझाएं उन
नादानों को क्या
जो कहते
अनजाना तुझको ....
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होने को
साथ तेरे
चुरा लेते हैं
लम्हें
मासूम से..
उठ आते हैं
नज़रों में
लोगों की
संशय
नामालूम से....
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कहा ना
लबो से
दिल का
फ़साना,
बिता दी थी
सदियाँ
यूँही
आज
कल में,
मिली
ज्यूँ ही
नज़रे...
रहे
चुप
दोनों,
जी ली थी
सदियाँ
दो चार
पल में
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नींद से
बाहर आने में
लगता है डर
ख्वाब
तेरे होने का,
निगाहों से
जाये ना गुज़र ....
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सिमटे फासले
सिमट गए हैं
फासले .
रूह औ' जिस्म के,
धडकनें....
धडकनों में
खोयी
जा रही हैं,
समा कर
आगोश में
उनके
दिल है
शादमां ;
निगाहें
मुस्कुरा रही हैं...
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फासले .
रूह औ' जिस्म के,
धडकनें....
धडकनों में
खोयी
जा रही हैं,
समा कर
आगोश में
उनके
दिल है
शादमां ;
निगाहें
मुस्कुरा रही हैं...
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3 टिप्पणियां:
khoobsurati se likhe hain ye ehsaas....
Ehsaas antarman ke .....bahut hi khoobsurat hain ..aise he likhte rahiye ..
yeh chhote chhote ehsas, jeeye huye pal hai na....superb expressions.
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