मंगलवार, 19 अप्रैल 2022

कुछ तू मेरे संग आएगा.....


महफ़िल में अपने आने से इक नया रंग आएगा

तुझमें रह जाऊंगी मैं, कुछ तू मेरे संग आएगा 


लिख दी है हर नफ़स ,मैंने तो अब नाम तेरे

शायद तुझको भी कभी आशिकी का ढंग आएगा

4 टिप्‍पणियां:

अनीता सैनी ने कहा…

जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार(२२-०४ -२०२२ ) को
'चुप्पियाँ बढ़ती जा रही हैं'(चर्चा अंक-४४०८)
पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर

Kamini Sinha ने कहा…

बहुत खूब....सादर

कविता रावत ने कहा…

एक साथ चलते-चलते आशिकी का ढंग आ ही जाता है
बहुत खूब!

Marmagya - know the inner self ने कहा…

लिख दी है हर नफ़स ,मैंने तो अब नाम तेरे
शायद तुझको भी कभी आशिकी का ढंग आएगा
बहुत खूब!--ब्रजेंद्रनाथ