शनिवार, 9 नवंबर 2019

जागृत रवि.....


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घेर लिया था
अवसाद की बदली ने
अलसाई  सर्द सुबह के
सोए हुए से सूरज को,
होते ही जागृत
अपने तेज और प्रकाश के प्रति
हुआ था प्रकट रवि
बिखेरते हुए लालिमा चहुं ओर
बदलते हुए स्वरूप
उस धूसर सी बदली का
अपने चमकते सुनहरी रँग से...


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